मध्यप्रदेश के ग्राहक अमित शुक्ल द्वारा शुरू किया गया जोमैटो फूड डिलीवरी का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोशल मीडिया पर इस घटना के समर्थक और विरोधिय आपस में बुरी तरह उलझे हुए हैं। वहीं अब धर्म के नाम पर जोमैटो से ऑर्डर कैंसल करने वाले युवक के खिलाफ अब मध्यप्रदेश पुलिस ने एक्शन लिया है। गुरुवार को जबलपुर एसपी अमित सिंह ने कहा कि अमित शुक्ला ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है, इसलिए उनके खिलाफ धारा 107/116 के तहत कार्रवाई की जाएगी।

जबलपुर एसपी अमित सिंह ने कहा कि, “हमने अमित शुक्ला को एक नोटिस जारी किया है, उसे चेतावनी दी जाएगी, अगर वह कुछ भी ट्वीट करता है, जो संविधान के आदर्शों के खिलाफ है, तो कार्रवाई की जाएगी। वह हमारी निगरानी में है।
Amit Singh,SP Jabalpur (MP): We have issued a notice, it will be served to Amit Shukla (Twitter user who cancelled food order over deliveryman’s religion). He'll be warned, if he tweets anything which is against ideals of Constitution, action will be taken; he is on surveillance. pic.twitter.com/27gf9qeaFg
— ANI (@ANI) August 1, 2019
इस मामले को लेकर गुरुवार दोपहर को जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मधेपुरा से पूर्व सांसद पप्पू यादव मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ से आग्रह किया था कि धर्म के नाम पर नफरत फ़ैलाने वाले इस व्यक्ति को गिरफ्तार करें।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, ‘मध्य प्रदेश के माननीय CM कमलनाथ जी से आग्रह है कि इस अमानुष को नस्ली दुर्भावना फैलाने के आरोप में तत्काल गिरफ्तार कर जेल में डालें। यह धर्म के नाम पर नफरत, हिंसा फैला रहा है, भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर चोट कर रहा है। मैं इस प्रकरण में जोमैटो के साथ हूं।’
मध्य प्रदेश के माननीय CM @OfficeOfKNath जी से आग्रह है कि इस अमानुष को नस्ली दुर्भावना फैलाने के आरोप में तत्काल गिरफ्तार कर जेल में डालें।
यह धर्म के नाम पर नफरत, हिंसा फैला रहा है, भारतीय संविधान की प्रस्तावना पर चोट कर रहा है। मैं इस प्रकरण में @ZomatoIN के साथ हूं। # pic.twitter.com/YGkOSgrN7U
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 1, 2019
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा था, मेरे पास अधिकार होता तो यह अब तक त्राहिमाम कर रहा होता, यह इस तरह नफरत फैलाना भूल जाता। आखिर किसी को धर्म,सम्प्रदाय,जाति,भाषा,लिंग के नाम पर विद्वेष, हिंसा फैलाने का हक किसने दिया है?किसके प्रोत्साहन पर संविधान पर यह सुनियोजित हमला हो रहा है? आप जगें और जगाएं। #IStandWithZomato‘
मेरे पास अधिकार होता तो यह अब तक त्राहिमाम कर रहा होता, यह इस तरह नफरत फैलाना भूल जाता। आखिर किसी को धर्म,सम्प्रदाय,जाति,भाषा,लिंग के नाम पर विद्वेष, हिंसा फैलाने का हक किसने दिया है?किसके प्रोत्साहन पर संविधान पर यह सुनियोजित हमला हो रहा है? आप जगें और जगाएं।
#IStandWithZomato— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 1, 2019
बता दें कि ऑनलाइन फूड डिलिवरी एप जोमैटो से खाना ऑर्डर करने के बाद, डिलिवरी ब्वाय के गैर हिंदू होने की वजह से अमित शुक्ला नामक युवक के ऑर्डर कैंसिल कर दिया था। इस वाकये को उसने जब ट्विटर पर शेयर किया तो जमकर विवाद हुआ। युवक की आलोचना तो हुई ही जोमैटो ने खुद ट्वीट कर कहा कि ‘भोजन का धर्म नहीं होता, भोजन खुद एक धर्म है।’