डेस्क: वाहनों की बिक्री में लगातार आ रही गिरावट के चलते ऑटोमोबाइल सेक्टर में अब मंदी का रूप चरम पर पहुंचती दिखाई दे रही है। इसकी प्रमुख वजह तरलता की कमी, वाहनों पर उच्च जीएसटी दर और महंगा ऋण हैं। उत्पादन और मांग के बीच संतुलन बैठाने के लिए घरेलू वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा चालू तिमाही में अपने विभिन्न संयंत्रों में 8-14 दिन के लिए उत्पादन बंद करने की घोषणा की है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा कि कंपनी अपने वाहन क्षेत्र और पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी महिंद्रा वीइकल्स मैन्युफैक्चरर्स लि। के विभिन्न संयंत्रों में उत्पादन बंद करेगी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विभिन्न संयंत्रों में 8 से 14 दिन के लिए उत्पादन बंद किया जाएगा। कंपनी ने उत्पादन स्थगित करने की घोषणा ऐसे समय की है, जब उद्योग बिक्री में गिरावट के सबसे लंबे दौर से गुजर रहा है। अप्रैल-जुलाई के दौरान महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की घरेलू वाहन बिक्री आठ प्रतिशत घटकर 1,61,604 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,75,329 इकाई थी। इस अवधि में निर्यात सहित कंपनी की कुल बिक्री भी आठ प्रतिशत घटकर 1,71,831 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 1,87,299 इकाई थी।
कंपनी ने कहा है कि उत्पादन बंद करने से बाजार में वाहनों की उपलब्धता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा क्योंकि मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त इनवेंट्री उपलब्ध है।
इससे पहले, टाटा स्टील के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक टी। वी। नरेंद्रन ने गुरुवार को कहा कि घरेलू वाहन उद्योग में मंदी का असर इस्पात क्षेत्र पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि देश में इस्पात की मांग बहूत हद तक निर्माण और वाहन क्षेत्र के बढ़ने पर निर्भर करती है।
ऑटो सेक्टर में मंदी की संभावनाओं पर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर तंज कसा है। कांग्रेस ने कहा, ‘ऑटो सेक्टर में और मंदी की संभावना, लाखों लोग होंगे बेरोजगार : ऑटो सेक्टर में भारी मंदी से बिक्री के आंकड़े 30-40% तक गिर गए हैं। आने वाले दिनों में ऑटो और निर्माण सेक्टर में लाखों लोग बेरोजगार हो जाएंगे। मोदी जी, 2 करोड़ रोजगार देना था, या बेरोज़गार..?’