बिहार में लॉ एंड आर्डर कि बद से बदतर होती जा रही स्थिति को लेकर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री नितीश कुमार पर निशाना साधा है।

तेजस्वी ने कहा है, ‘ बिहार में सरकार और पुलिस ने कानून व्यवस्था पर पूरी तरह से अपना इकबाल गँवा दिया है। बिहार में औसतन 50 हत्या’एँ हो रही है। पुलिस का एकमात्र कार्य सत्तारूढ़ दलों की घृणित राजनीति के प्यादे के रूप में अपनी उपयोगिता सिद्ध करना रह गया है। सुशासन का प्रशासन सत्ता के हनक और सनक के सामने अपने कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है। अफसर सत्तारूढ़ नेताओं की गाड़ियों में घूम रहे है और अपराधी सरकारी गाड़ियों में। मुख्यमंत्री पुलिसकर्मियों के हत्या’रों को, बला’त्कारियों को और शराब माफ़ियाओं को अपने घर के अंदर तक का एंट्री पास देते हैं। ऐसे में पुलिस बल का क्या मनोबल रह जाएगा?
बिहार में औसतन 50 हत्याएँ हो रही है। प्रशासन सत्ता की हनक और सनक के सामने अपनी कर्तव्यनिष्ठा को सरेंडर कर चुका है।
ब्यूरो चीफ़ नीतीश कुमार विज्ञापन के बदले अपनी मीडिया एडिटिंग के भरोसे बेफिक्र हैं कि जनता को सच्चाई का पता नहीं चलेगा। https://t.co/ExMdMbikxA
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) August 28, 2019
बिहारवासियों का हर दिन अपराध और अपराधियों के बीच सहमते गुजर रहा है। सत्तारूढ़ दल के के नेता-कार्यकर्ता पुलिस का स्टिकर चिपका कर पार्टी का झंडा लगाकर शरा’ब की तस्क’री कर रहे हैं। सत्तारूढ़ दल के मंत्री मुज़फ़्फ़रपुर बालिका गृह बला’त्कार कांड में लिप्त है। सत्तारूढ़ दल के नेता 30 बच्चों को अपनी कार से कुचल देता है। लू’टपाट और छेड़छा’ड़ का विरोध करने पर व्यापारियों और महिलाओं को गो’लियों से छलनी किया जा रहा है।
ब्यूरो चीफ़ नीतीश कुमार अपनी मीडिया की एडिटिंग के भरोसे बेफिक्र हैं कि जनता को सच्चाई का पता नहीं चलेगा। अगर मुख्यमंत्री से अपराध क़ाबू नहीं हो पा रहा और कुछ नैतिकता बची है तो तुरंत अपने पद से इस्तीफा देकर सूबे की जनता को अपनी सिद्धांतविहीन राजनीति और सत्ता संरक्षण में पनपते अप’राध से निजात दिलाएं।’