डेस्क: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी ने न्यायालय से रांची के रिम्स में भर्ती लालू यादव को जमानत पर रिहा करने की गुहार लगाई है। मांझी ने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय जगन्नाथ मिश्रा चारा घोटाले में सजायाफ्ता थे, लेकिन खराब तबीयत के कारण उन्हें भी जमानत दी गई थी, ऐसे में अगर RJD अध्यक्ष को जमानत नहीं मिलती है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा है कि जिस व्यक्ति की किडनी महज 37 फीसदी काम कर रही हो, जो ब्लडप्रेशर का मरीज हो, उसका सही से इलाज नहीं होना, यह साबित करता है कि उनके जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। साथ ही जीतनराम मांझी ने आरोप लगाया कि लालू प्रसाद यादव का रिम्स में सही से इलाज नहीं कराया जा रहा है और लालू प्रसाद यादव की तबीयत पहले से ज्यादा खराब हो गई है।
इससे पहले अपने पिता से मिलकर पटना लौटे तेजस्वी उनके सेहत को लेकर परेशान दिखे। उन्होंने बताया कि उनके पिता लालू यादव की मात्र 37 फीसदी किडनी काम कर रही है। तेजस्वी यादव ने कहा कि पिता से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उनके स्वास्थ्य को लेकर डॉक्टर से जानकारी ली। इस हफ्ते उनकी सेहत में ज्यादा गिरावट आई है। उन्हें चलने-फिरने में भी तकलीफ हो रही है। डॉक्टर उनकी तबियत पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। बताया गया कि इन्फेक्शन की वजह से किडनी कम काम करने लगी है।
मालूम हो कि डॉक्टर ने लालू की हालत को ‘अनस्टेबल’ (अस्थिर) बताते हुए कहा कि बीते दिनों उन्हें एक फोड़ा हो गया था, जिसकी वजह से फिर से संक्रमण उभर आया है। जांच में पाया गया कि लालू यादव की किडनी पहले 50 फीसदी काम कर रही थी, जो घटकर महज 37 फीसदी पहुंच गई है। इंफेक्शन से निपटने के लिए फिलहाल उन्हें एंटीबायोटिक दी जा रही है।