मुंबई के नेहरू सेंटर में करीब 2 घंटे चली बैठक के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार के स्वरूप को लेकर अंतिम फैसला शनिवार के लिए टल गया है। हालांकि सीएम पद को लेकर आम सहमति जरूर बन गई है। बैठक के बाद बाहर आकर एनसीपी चीफ शरद पवार ने साफ कहा कि जहां तक मुख्यमंत्री की बात है, उस पर कोई दोराय नहीं है। उद्धव ठाकरे को ही सरकार को लीड करना चाहिए। इसके अलावा अन्य मसलों पर चर्चा जारी है। उन्होंने बताया कि शनिवार को साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर औपचारिक ऐलान किया जाएगा।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तीनों पार्टियों में मंत्रालय बंटवारा कुछ इस प्रकार हो सकता है–16 शिवसेना (मुख्यमंत्री पद शामिल), 11 कैबिनेट और 5 राज्यमंत्री-15 एनसीपी-11 कैबिनेट, 4 राज्यमंत्री-12 कांग्रेस- (डिप्टी सीएम पद चाहती है)9 कैबिनेट, 3 राज्यमंत्री, स्पीकर पद भी पा सकती है।
बैठक से पहले केंद्रीय मंत्री और पूर्व बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा था कि अगर शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की सरकार बन भी जाती है तो ज्यादा लंबे समय तक चल नहीं पाएगी। वहीं बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी-सेना की सरकार बनने को लेकर कहा कि ‘शादी तो हो जाएगी लेकिन वंश आगे नहीं बढ़ेगा।’
बता दें कि 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को हुए मतदान के नतीजों में बीजेपी को 105 और शिवसेना को 56 सीटें मिली थीं। कांग्रेस ने 44 और एनसीपी ने 54 सीटें जीतीं थी।