डेस्क: असम को देश के बाकी हिस्सों से काटने वाला विवादित भाषण का एक वीडियो वायरल होने के बाद जेएनयू के पूर्व छात्र और कथित तौर पर शाहीन बाग प्रदर्शन के मुख्य आयोजक शरजील पर पुलिस का लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। उसके खिलाफ यूपी, दिल्ली, अरूणाचल और असम की पुलिस ने केस दर्ज किया है, वहीं शनिवार की रात बिहार के काको (जहानाबाद) स्थित पैतृक आवास पर छापेमारी की गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केंद्रीय एजेंसियों ने ये छापेमारी स्थानीय जहानाबाद पुलिस की मदद से की और तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की गई। हालांकि, उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। जानकारी के अनुसार, छापेमारी में शरजील तो नहीं मिला, लेकिन पुलिस उसके दो रिश्तेदारों सहित तीन हिरासत में लिया। जहानाबाद एसपी मनीष कुमार ने पुलिस कारवाई की पुष्टि की है।
इस छापेमारी के बाद शरजील की मां अफशां रहीम एक बयान सामने आया है। उन्होंने बयान में लिखा है, ‘शरजील इमाम को उस बयान के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है, जिसे मीडिया ने तोड़-मरोड़ कर पेश किया है। अब इसके लिए पुलिस उसके परिवार को परेशान कर रही है। लगातार मिल रही धमकी और दुर्व्यवहार से उसकी बुजुर्ग मां और अन्य सदस्यों को डराया जा रहा है। हम कानून में विश्वास करते हैं, लेकिन इस तरह की कार्रवाई मानवाधिकारों का उल्लंघन है। हम मांग करते हैं कि पुलिस इस तरह की कार्रवाई न करे जिससे उसका परिवार प्रताड़ित या परेशान हो।’
बता दें कि शरजील इमाम का एक कथित वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें वह कहता है कि अगर संगठित लोग हों तो हम असम से भारत को हमेशा के लिए अलग कर सकते हैं। फिर कहता है कि हमेशा के लिए नहीं तो एक-दो महीने के लिए तो असम को भारत से काट ही सकते हैं। वीडियों में वह लोगाेें से यह कहता दिख रहा है कि रेलवे ट्रैक पर इतना मलबा डालो कि हटाने में एक महीना लगे। असम को काटना हमारी जिम्मेदारी है।