डेस्क: बीते दिनों AIMIM के नेता वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्ग में हुई एक रैली के दौरान हिन्दू-मुसलमान का मुद्दा उठाते हुए भड़काऊ बयान दिया था। वारिस पठान के बयान पर काफी बवाल हो रहा है।बयान के बाद पार्टी की किरकिरी के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने वारिस पठान के मीडिया से बात करने पर रोक लगा दी है। अब जबतक पार्टी इजाजत नहीं देगी तबतक वारिस पठान सार्वजनिक रूप से बयान नहीं दे पाएंगे।

बयान को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया आ रही है।राजनीतिक दल एक सुर में बयान की आलोचना कर रहे हैं। वहीं कुछ नेता वारिस पठान को बीजेपी का एजेंट बता रहे हैं। इसी कड़ी में एक नाम जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव का भी है।
उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘वारिस पठान जैसे लोग RSS-BJP के एजेंट हैं। जब पूरा देश का हिन्दू-मुस्लिम,सिख-ईसाई आदि एकजुट हो #CAA_NRC_NPR के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तो यह जहर फैला रहा है। ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई आवश्यक है।यही आरएसएस की ताकत हैं,वरना देश की आवाम संघी-मुसंघी दोनों को ठीक कर देने को काफी हैं।’
वारिस पठान जैसे लोग RSS-BJP के एजेंट हैं। जब पूरा देश का हिन्दू-मुस्लिम,सिख-ईसाई आदि एकजुट हो #CAA_NRC_NPR के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है तो यह जहर फैला रहा है। ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई आवश्यक है।यही आरएसएस की ताकत हैं,वरना देश की आवाम संघी-मुसंघी दोनों को ठीक कर देने को काफी हैं।
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) February 20, 2020
एक अन्य ट्वीट में पूर्व सांसद ने गिरिराज सिंह को भी आड़े हाथ लिया है। उन्होंने लिखा है, ‘काश!गिरिराज सिंह-वारिस पठान के मानसिक नस्ल के है’वान पैदा ही न हुए होते तो यह देश सच में स्वर्ग होता। सहजानंद सरस्वती जी,राष्ट्रकवि दिनकर जी, अबुल कलाम आजाद साहब,अशफाकुल्ला जी,सरहदी गांधी खान अब्दुल गफ्फार खान जी के कुल में ऐसी सड़ी मानसिकता का बेहूदा बेईमान कहां से जन्म ले लिया!’
काश!गिरिराज सिंह-वारिस पठान के मानसिक नस्ल के हैवान पैदा ही न हुए होते तो यह देश सच में स्वर्ग होता।
सहजानंद सरस्वती जी,राष्ट्रकवि दिनकर जी, अबुल कलाम आजाद साहब,अशफाकुल्ला जी,सरहदी गांधी खान अब्दुल गफ्फार खान जी के कुल में ऐसी सड़ी मानसिकता का बेहूदा बेईमान कहां से जन्म ले लिया!
— Sewak Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) February 21, 2020
वारिस पठान AIMIM के प्रवक्ता हैं और हिन्दी पट्टी में पार्टी का जाना-माना चेहरा हैं। नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ कर्नाटक के गुलबर्गा में जनसभा के दौरान वारिस पठान ने विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा था, ‘हम 15 करोड़ ही 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं। यह बात याद रख लेन।’ रैली में वारिस पठान बोले थे ‘हमने ईंट का जवाब पत्थर से देना सीख लिया है. मगर हमको इकट्ठा होकर चलना पड़ेगा. आजादी लेनी पड़ेगी और जो चीज मांगने से नहीं मिलती है, उसको छीन लिया जाता है।’ जिसके बाद उनकी आलोचना की गई, असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस बयान की निंदा की थी।