डेस्क: ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहा है। बीजेपी के एक कद्दावर नेता की टिप्पणी के बाद असम में भी कांग्रेस को झटका लगने के कयास लगाए जा रहे हैं।

पूर्वोत्तर में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और असम सरकार में मंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने दावा किया है कि असम के एक कांग्रेस विधायक ने बीजेपी में शामिल होने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि तीन अन्य विधायकों के साथ भी बातचीत चल रही है। शर्मा ने कहा,’कांग्रेस का अहम विधायक अगले कुछ दिन में बीजेपी में शामिल हो जाएगा। कुछ और कांग्रेस विधायक भी हमारे साथ आएंगे। उनके साथ बातचीत चल रही है।’ बताते चलें कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गगोई अपने बयान में कहा था कि राज्यसभा चुनाव से पहले विधायकों के मतों के लिए बीजेपी “खरीद-फरोख्त” करेगी।
बता दें कि असम विधानसभा में कांग्रेस के 23 विधायक हैं। वह एआईयूडीएफ के साथ मिलकर वरिष्ठ पत्रकार अतनु भुइयां का समर्थन कर रही है। इस बीच, बीजेपी ने असम की तीन राज्यसभा सीटों के लिए दो प्रत्याशियों को घोषणा की है। बीजेपी ने संकेत दिया है कि वह तीसरी सीट के लिए उम्मीदवार नहीं उतारेगी क्योंकि उसके जीतने के चांस बहुत कम है।
दूसरी तरफ चार बार के सांसद रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने और 22 विधायकों (जिसमें 6 मंत्री हैं ) के इस्तीफा देने से मध्यप्रदेश की कमलनाथ की सरकार मुश्किलों में फंस गई है। फ़िलहाल बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां अपने-अपने खेमों को मजबूत करने में लगी है। और अपने-अपने विधायकों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंच चुकी है।
मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कांग्रेस पार्टी के 22 बागी विधायकों को नोटिस भेजकर आज मिलने बुलाया है। इन विधायकों से यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि उन्होंने अपनी इच्छा से इस्तीफा दिया है या दबाव में आकर। स्पीकर ने यह कदम ऐसे समय पर उठाया है जब बीजेपी ने मांग की है कि कमलनाथ सरकार सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र में विश्वासमत हासिल करे। जबकि कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे पर फैसला होने के बाद वह विश्वासमत की बात कह रही है।