बिहार राज्य

अपने पूर्व सहयोगी की बात मानकर CM नीतीश कुमार ने किया बड़ा ऐलान, जानिए…

डेस्क: दुनिया के करीब 176 देश कोरोना के प्रकोप से परेशान है। ऐसे में कोरोना वायरस की समस्या से जूझ रहे बिहार के लोगों के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी राहत की घोषणा की है। लॉकडाउन के कारण बिहार में फंसे मजदूर, रिक्शा चालक, ठेला वेंडर एवं अन्य गरीबों के लिए आपदा राहत केंद्र बनाने में किए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री राहत कोष से गुरुवार को बिहार सरकार ने ₹100 करोड़ की राशि जारी करने की घोषणा की गई है।

इन आपदा राहत केंद्रों में ऐसे गरीब लोगों की भोजन और आवास की व्यवस्था की जाएगी साथ ही वहां उनके स्वास्थ्य जांच की भी सुविधा होगी। इसके साथ ही वैसे लोग जो बिहार के बाहर फंसे हुए हैं या रास्ते में है उन्हें स्थानीय आयुक्त के माध्यम से संबंधित राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन से समन्वय कर वहीं पर भोजन एवं आवास की व्यवस्था बिहार सरकार के खर्चे पर भी की जा रही है। बिहार सरकार द्वारा बाहर फंसे लोगों के लिए भोजन और रहने के साथ ही आपदा राहत केंद्रों पर कोरोना वायरस में संक्रमण की रोकथाम के लिए संबंधित सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।

बता दें कि देशव्यापी लॉकडाउन के बाद वीपक्ष के तमाम नेता बिहार सरकार से इस तरह की मांग कर रहे थे। JDU के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा था, ‘दिल्ली और अन्य कई जगहों पर बिहार के सैकड़ों गरीब लोग लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं। नीतीश कुमार जी, जब दुनिया भर की सरकारें अपने लोगों की मदद कर रही हैं, बिहार सरकार इनलोगों को इनके घरों तक पहुंचाने अथवा जहां ये लोग हैं वहीं कुछ फ़ौरी राहत की व्यवस्था क्यों नहीं कर रही है?’

वहीं मधेपुरा के पूर्व सांसद और जाप सुप्रीमों पप्पू यादव ने कहा था, ‘CM साहब लाखों बिहारी देश के विभिन्न कोने में फंसे हैं। उन्हें लाने का इंतज़ाम नहीं है।अपना हेल्पलाइन नंबर जारी कर हर कीमत पर उन्हें अपने घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था करें।अन्यथा,मुझे मजबूरन कदम उठाना होगा।मैं एक-एक को उनके घर पहुंचा दूंगा।पर आप फिर केस कर देंगे!’