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अकाल के वक्त अंग्रेजों ने भी लगान नहीं वसूला था, लेकिन मोदी सरकार अभी भी मुनाफा कमाने में लगी है !

डेस्क: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या दिन-पर-दिन बढ़ता जा रहा है। पिछले 24 घंटे में COVID-19 के 693 नए मामले सामने आए हैं। अब देश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मिले मामलों की संख्‍या 4,067 हो गई है। इनमें से 1,445 मामले तबलीगी जमात में शामिल हुए या उनके संपर्क में आए व्‍यक्तियों के हैं। वहीँ भारत में अबतक कोरोना वायरस की वजह से 109 लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट के दौरान जनता को राहत देने के लिए पेट्रोल एवं डीजल पर कमाए मुनाफे का एक हिस्सा जनता के साथ साझा करना चाहिए। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने उन्होंने वीडियो लिंक के माध्यम से संवाददाताओं से कहा कि आज कच्चे तेल की कीमत 23 डॉलर प्रति बैरल हो गई है। अगर छह वर्षों में कीमत में गिरावट और उत्पाद शुल्क का मिलाकर हिसाब लगाया जाए तो सरकार को कुल 20 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है।

सिंघवी ने आगे कहा कि आज पेट्रोल की कीमत 70 रुपये से अधिक और डीजल की कीमत करीब 65 रुपये है। यह किस प्रकार का लगान है? अंग्रेजों ने भी अकाल के समय लगान नहीं लिया था। उन्होंने कहा कि यह समय पेट्रोल और डीजल पर मुनाफा कमाने का नहीं, बल्कि जनता के साथ मुनाफा साझा करने और उनका ख्याल रखने का है। सिंघवी ने कहा कि सरकार को इस मुनाफे का एक हिस्सा जनता के साथ साझा करना चाहिए।

दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पहली बार वीडियो लिंक के जरिये कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की। मोदी के अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रधानमंत्री आवास पर मौजूद थे।  केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि सांसद निधि के तहत मिलने वाले फंड को दो साल के लिए सस्‍पेंड कर दिया गया है। सभी सांसदों के वेतन में सालभर के लिए 30 प्रतिशत की कटौती करने संबंधी अध्‍यादेश को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है।

बता दें कि लोकसभा और राज्यसभा के हर सांसद को अपने क्षेत्र के विकास के लिए हर साल 5 करोड़ रुपये सरकार से मिलते हैं। इसे MPLAD फंड कहा जाता है। 2 साल के लिए इस फंड को हटाने पर सरकार के पास 7900 करोड़ रुपये आएंगे।